जय सरस्वती माँ सदा सहाय हैपी बसंत पंचमी। जय सरस्वती माँ सदा सहाय हैपी बसंत पंचमी।
जिस दिन मिलेगी दोनों को आन-बान-शान। जिस दिन मिलेगी दोनों को आन-बान-शान।
‘अम्बर में कुन्तल-जाल देख, पद के नीचे पाताल देख, मुट्ठी में तीनों काल देख, मेरा स्व ‘अम्बर में कुन्तल-जाल देख, पद के नीचे पाताल देख, मुट्ठी में तीनों काल देख,...
खुद से ही पूछती हूं, आखिर कौन सी दुनिया में रहती हो तुम ? खुद से ही पूछती हूं, आखिर कौन सी दुनिया में रहती हो तुम ?
हर हिंदुस्तानी की जुबाँ पे वन्दे मातरम ही नाम है ये। हर हिंदुस्तानी की जुबाँ पे वन्दे मातरम ही नाम है ये।
तब हम गर्व से कहेंगे ए है हमारी देश भक्ति की पहचान। तब हम गर्व से कहेंगे ए है हमारी देश भक्ति की पहचान।